| 1. | इसलिए इनके स्वर आरंभक स्वर नहीं होते।
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| 2. | इसलिए इनके स्वर आरंभक स्वर नहीं होते।
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| 3. | संख्या के अनुसार भिन्न भिन्न सामों के आरंभक स्वर बदल जाते हैं।
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| 4. | संख्या के अनुसार भिन्न भिन्न सामों के आरंभक स्वर बदल जाते हैं।
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| 5. | प्राय: 1 से 5 के अर्थात् मध्यम से निषाद के भीतर का कोई न कोई आरंभक स्वर अर्थात् षङ्ज स्वर होता है।
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| 6. | प्राय: 1 से 5 के अर्थात् मध्यम से निषाद के भीतर का कोई न कोई आरंभक स्वर अर्थात् षङ्ज स्वर होता है।
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| 7. | किसी साम के पहले अक्षर पर लिखी हुई 1 से 5 के भीतर की जो पहली संख्या होती है वह उस साम के आरंभक स्वर की सूचक होती है।
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| 8. | किसी साम के पहले अक्षर पर लिखी हुई 1 से 5 के भीतर की जो पहली संख्या होती है वह उस साम के आरंभक स्वर की सूचक होती है।
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